गुजरात स्थापना दिवस: एक गौरवशाली इतिहास और उज्ज्वल भविष्य
प्रस्तावना
गुजरात स्थापना दिवस (Gujarat Foundation Day) हर साल 1 मई को मनाया जाता है। यह दिन गुजरात राज्य के गठन की याद दिलाता है, जब 1960 में बॉम्बे राज्य को विभाजित करके गुजरात और महाराष्ट्र दो अलग-अलग राज्य बने थे। इस दिन गुजरात की संस्कृति, इतिहास, विकास और गौरव को पूरे देश के सामने प्रदर्शित किया जाता है।
गुजरात ने अपनी स्थापना के बाद से ही देश को आर्थिक, सांस्कृतिक और सामाजिक क्षेत्रों में अनेक योगदान दिए हैं। आज गुजरात भारत के सबसे विकसित राज्यों में से एक है और इसकी प्रगति की कहानी पूरे देश के लिए प्रेरणादायक है।
गुजरात का इतिहास और स्थापना
प्राचीन काल से आधुनिक युग तक
गुजरात का इतिहास हजारों साल पुराना है। प्राचीन काल में यह क्षेत्र सिंधु घाटी सभ्यता का हिस्सा था। लोथल और धोलावीरा जैसे पुरातात्विक स्थल गुजरात की समृद्ध सभ्यता के प्रमाण हैं। मध्यकाल में यहाँ सोलंकी राजवंश, मुगल साम्राज्य और मराठा शासन का प्रभाव रहा।
बॉम्बे राज्य का विभाजन और गुजरात का जन्म
1947 में भारत की आजादी के बाद, गुजरात बॉम्बे राज्य का हिस्सा था। लेकिन भाषाई आधार पर राज्यों के पुनर्गठन की मांग बढ़ने लगी। महागुजरात आंदोलन के तहत गुजराती भाषी लोगों ने अलग राज्य की मांग की।
1 मई 1960 को बॉम्बे पुनर्गठन अधिनियम के तहत बॉम्बे राज्य को विभाजित करके गुजरात और महाराष्ट्र नामक दो नए राज्य बनाए गए। इस तरह, गुजरात भारत का 15वाँ राज्य बना और अहमदाबाद को इसकी पहली राजधानी घोषित किया गया। बाद में 1970 में गांधीनगर को नई राजधानी बनाया गया।
गुजरात की संस्कृति और विरासत
गुजरात अपनी समृद्ध संस्कृति, परंपराओं और त्योहारों के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ की संस्कृति में गरबा, डांडिया, भक्ति संगीत और लोककलाओं का विशेष स्थान है।
प्रमुख त्योहार
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नवरात्रि: गुजरात का सबसे बड़ा त्योहार, जिसमें गरबा और डांडिया नृत्य की धूम रहती है।
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उत्तरायण (मकर संक्रांति): पतंगबाजी का उत्सव।
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रथ यात्रा (जगन्नाथ पुरी की तर्ज पर): पूरे राज्य में धूमधाम से मनाई जाती है।
कला और शिल्प
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बंधनी (टाई-डाई) साड़ियाँ और दुपट्टे
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पाटोला सिल्क साड़ियाँ (पाटन)
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काठीवाड़ी हस्तशिल्प और लकड़ी की नक्काशी
गुजराती व्यंजन
गुजराती भोजन स्वाद और सेहत का अनोखा मिश्रण है। कुछ प्रसिद्ध व्यंजन हैं:
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ढोकला
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खांडवी
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थेपला
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फाफड़ा-जलेबी
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गुजराती कढ़ी और उंधियू
गुजरात का आर्थिक और औद्योगिक विकास
गुजरात भारत की आर्थिक शक्ति है। यहाँ पेट्रोकेमिकल, ऑटोमोबाइल, फार्मास्यूटिकल और टेक्सटाइल उद्योगों का बड़ा केंद्र है।
प्रमुख आर्थिक योगदान
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कच्छ का रण और पेट्रोलियम उद्योग
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सूरत: हीरा और टेक्सटाइल हब
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अहमदाबाद: शैक्षिक और औद्योगिक केंद्र
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गुजरात मॉडल: बिजली, सड़क और जल आपूर्ति में आत्मनिर्भरता
विशेष आर्थिक क्षेत्र (SEZ) और बंदरगाह
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कांडला बंदरगाह
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मुंद्रा पोर्ट (भारत का सबसे बड़ा प्राइवेट पोर्ट)
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धीरूभाई अंबानी अर्थिक क्षेत्र (जामनगर)
गुजरात के प्रमुख पर्यटन स्थल
गुजरात में पर्यटकों के लिए अनेक आकर्षण हैं:
धार्मिक स्थल
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सोमनाथ मंदिर: भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से पहला।
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द्वारकाधीश मंदिर: भगवान कृष्ण की नगरी।
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अक्षरधाम मंदिर (गांधीनगर): बेहतरीन वास्तुकला।
प्राकृतिक और ऐतिहासिक स्थल
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गिर नेशनल पार्क: एशियाई शेरों का घर।
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रानी की वाव (पाटन): यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल।
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स्टैच्यू ऑफ यूनिटी (सरदार पटेल की मूर्ति): विश्व की सबसे ऊँची मूर्ति।
अन्य आकर्षण
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कच्छ का रण: सफेद रेगिस्तान और रणोत्सव।
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साबरमती आश्रम (अहमदाबाद): महात्मा गांधी की कर्मभूमि।
गुजरात के महान व्यक्तित्व
गुजरात ने देश को कई महान हस्तियाँ दी हैं:
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महात्मा गांधी (राष्ट्रपिता)
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सरदार वल्लभभाई पटेल (लौह पुरुष)
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डॉ. विक्रम साराभाई (भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम के जनक)
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धीरूभाई अंबानी (रिलायंस के संस्थापक)
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नरेंद्र मोदी (भारत के प्रधानमंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री, गुजरात)
निष्कर्ष
गुजरात स्थापना दिवस न केवल एक ऐतिहासिक घटना का स्मरण है, बल्कि यह गुजरात के गौरवशाली अतीत और उज्ज्वल भविष्य का प्रतीक भी है। आज गुजरात देश के विकास में अग्रणी भूमिका निभा रहा है और अपनी उद्यमशीलता, संस्कृति और प्रगति के लिए पूरे विश्व में प्रसिद्ध है।
“जय जय गरवी गुजरात!”
“वंदे गुजरातम्!”